स्कूल लाइफ
छोटे से शहर में एक स्कूल था – "सूरज विद्या मंदिर"। वहीं पढ़ते थे आर्यन और खुशी। दोनों क्लास 8 में थे। आर्यन शरारती था, तो खुशी पढ़ाई में तेज़। लेकिन दोनों की दोस्ती बहुत खास थी।
रोज़ सुबह आर्यन खुशी की सीट पर बैठ जाता, और दोनों मिलकर टीचर से डाँट भी खाते। लंच टाइम में पूरा ग्रुप इकट्ठा होकर हँसी-मजाक करता। पर बोर्ड एग्ज़ाम नज़दीक आते ही सबने पढ़ाई शुरू कर दी।
आर्यन को मैथ्स में दिक्कत थी, तो खुशी ने उसकी मदद की। जब रिजल्ट आया, तो आर्यन पास होकर खुशी से बोला, "तुम्हारी वजह से ही मैं आज मुस्कुरा रहा हूँ।"
फिर धीरे-धीरे सबने स्कूल छोड़ा, लेकिन वो यादें – वो क्लासरूम की बातें, लंच बॉक्स की खुशबू, और दोस्तों की हँसी – हमेशा दिल में रह गईं।
सीख: स्कूल लाइफ भले ही खत्म हो जाती है, पर उसकी यादें ज़िंदगी भर साथ रहती हैं।
Comments
Post a Comment